चक्रवृद्धि व्याज का अर्थ
[ chekrevridedhi veyaaj ]
चक्रवृद्धि व्याज उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- वह सूद या ब्याज जिस पर भी ब्याज लगता है:"समय पर ब्याज न पटा पाने के कारण मुझे दो हज़ार चक्रवृद्धि ब्याज देना पड़ा"
पर्याय: चक्रवृद्धि ब्याज - ऋण देने का वह ढंग जिसमें मूल धन पर ब्याज देने के अतिरिक्त ब्याज पर भी ब्याज लगता है:"महाजन चक्रवृद्धि ब्याज पर ही ऋण देता है"
पर्याय: चक्रवृद्धि ब्याज, सूद-दर-सूद
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- चक्रवृद्धि व्याज द्वारा सर्वाधिक बढ़ी हुई रकम को ‘महाप्रवृद्ध ' बताया है।
- चक्रवृद्धि व्याज द्वारा सर्वाधिक बढ़ी हुई रकम को ‘ महाप्रवृद्ध ' बताया है।
- मान गये , आपके अनुसंधान को | चक्रवृद्धि व्याज को कितना सरल बना दिया |
- जिन लोगों ने वर्ष 1972 - 80 के दौरान जमीन के लिए आवास बोर्ड के पास रुपये जमा किये और उन्हें रुपये के बदले जमीन नहीं मिले , सरकार ने वैसे लोगों को 8 प्रतिशत चक्रवृद्धि व्याज की दर रुपये लौटाने की योजना बनाई है।
- सूत्रों के अनुसार जिन लोगों ने वर्ष 1972 - 80 के दौरान जमीन के लिए आवास बोर्ड के पास रुपये जमा किये और उन्हें रुपये के बदले जमीन नहीं मिले , सरकार ने वैसे लोगों को 8 प्रतिशत चक्रवृद्धि व्याज की दर रुपये लौटाने की योजना बनाई है।
- मेजर साहब , काश कुमार विश्वास लोक की ही नहीं शास्त्र की परम्परा से भी कुछ सीखे होते ! हाँ वह शास्त्र जिसमें लोक अभिव्यक्ति पाता है , उसी की बात कर रहा हूँ ! किसी परलोकी-पुरोहिती शास्त्र की नहीं ! ऐसा होता तो मैं भी इंज्वाय करता हुजूर की कविता का ! बाकी एक ख़ास प्रवृत्ति के उनके ' जोक ' और ' कोई दीवाना कहता है .... ' वाली कविता इनकी प्रसिद्धि का मूलधन है जिसपर बाजारवादी बोनस और चिल्लाव भरा चक्रवृद्धि व्याज चढ़ता चला जा रहा है !